देशभर में हर साल 24 लाख लोग दिल की बीमारी के कारण काल के गाल में समा जाते हैं और इस बीमारी से 1.3 लाख बच्चे जन्मजात ग्रसित होते हैं। दिल के इलाज में काफी पैसे की जरूरत पड़ती है। आर्थिक रूप से कमजोर मरीज दिल की बीमारी होते ही अपना दिल थाम लेते हैं। मगर राहत की बात यह है कि इलाज के लिए पैसे जुटाने में लाचार मरीजों के लिए एक संस्था ने कोष की शुरुआत की है। हृदयरोग से होने वाली मौत की वजहों में से एक है अर्थाभाव के कारण इलाज न करा पाना। इसी समस्या का समाधान करने के लिए गैर लाभकारी संस्था ‘हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया’ (एचसीएफआई) ने ‘समीर मलिक हार्ट केयर फाउंडेशन फंड’ की शुरुआत की है, जिसका मकसद कमजोर तबके के लोगों को हृदय संबंधी बीमारी के इलाज में आर्थिक मदद के साथ-साथ सही उपचार मुहैया कराना है।
संस्था ने यह कोष समीर मलिक को समर्पित की है, जिनकी कम उम्र में हृदयाघात से मौत हो गई थी।एचसीएफआई के संस्थापक और प्रख्यात चिकित्सक डॉ.के.के. अग्रवाल ने दिल्ली के केदारनाथ साहनी ऑडिटोरियम में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान मीडिया को अपनी पहल से अवगत कराया। अग्रवाल ने कहा, ‘हम एचसीएफआई के जरिए देश की बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं का प्रभावी समाधान मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमने दो फ्लैगशिप मुहिम के अतिरिक्त अर्थाभाव में इलाज न करा पाने वाले दिल के मरीजों के इलाज में सहयोग के लिए ‘समीर मलिक हार्ट केयर फाउंडेशन फंड’ की शुरुआत की है।’ पढ़े: पाँच प्राकृतिक पदार्थों के द्वारा हृदय को रखें तंदुरूस्त
एचसीएफआई ने अप्रैल 2014 में इसकी शुरुआत के माध्यम से इस कोष के जरिए देशभर के करीब 200 हृदय रोगियों का इलाज कराया है और संस्था ने प्रत्येक साल 600 लोगों के इलाज का लक्ष्य रखा है। इस कोष के जरिए मदद चाहने वाले इसके हेल्पलाइन नंबर 9958771177 से संपर्क कर सकते हैं। कोष के पास पहुंचने वाले आवेदनों का मूल्यांकन विशेषज्ञों की एक समिति करती है। धन देने की अनुमति मिलने के बाद इसे सीधे इलाज कर रहे अस्पतालनों के खाते में भेज दिया जाता है। एचसीएफआई ने इसके लिए कुछ अस्पतालों जैसे कि मेदांता-द मेडिसिटी और नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट के साथ साझीदारी की है।
इस कार्यक्रम के दौरान अब तक इस कोष से लाभ प्राप्त कर चुके हृदय रोगी, प्रख्यात लेखक और आध्यात्मिक गुरु डॉ. दीपक चोपड़ा, उद्यमी रघुविंदर कटारिया, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीष उपाध्याय मौजूद थे।
स्रोत: IANS Hindi
चित्र स्रोत: Getty Images
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